बाढ़-भूस्खलन के चलते 5 लाख लोगों ने छोड़े अपने घर
समुद्र में पैदा हुए तूफान ट्रामी ने दक्षिण-पूर्व एशियाई देश फिलीपींस में तबाही मचा दी है। तूफान के कारण भारी बारिश हुई जिससे देश के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई, जबकि बारिश से हुए भूस्खलन में करीब 130 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग लापता हैं। तूफान से करीब 42 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से करीब 5 लाख लोगों ने अलग-अलग शहरों में शरण ली है।
राष्ट्रपति फर्डिनांड मार्कोस ने मीडिया को बताया कि लापता लोगों की तलाश जारी है। पुलिस, फायर ब्रिगेड और सेना के जवान खोजी कुत्तों की मदद से भूस्खलन के मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। वर्तमान में, टाइफून ट्रामी उत्तर-पश्चिमी फिलीपींस से दूर चला गया है। टाइफून ट्रामी इस साल दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीपसमूह में सबसे घातक और सबसे विनाशकारी तूफान बन गया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस ने कहा कि उन्होंने मनीला के दक्षिण-पूर्व में भूस्खलन प्रभावित शहर का दौरा किया। वहां भूस्खलन के मलबे में कई घर दबे हुए पाए गए। कीचड़ और मलबा पानी के साथ आ गया। तूफान के कारण क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। 24 घंटे में हुई 60 दिन की बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त वहां बहुत पानी होने के कारण बचाव कार्य करने में काफी कठिनाई हुई।
सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कई इलाके अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं और बड़े ट्रक भी वहां नहीं पहुंच पा रहे हैं। तूफान अभी तक उत्तरी द्वीप लुजोन तक नहीं पहुंचा है, लेकिन वहां रहने वाले लाखों लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया गया है। सरकारी दफ्तरों को भी बंद कर दिया गया है। लोगों को वर्क फ्रॉम होम दिया गया है। वहां से लोगों को बचाना मुश्किल है।